Thursday, December 24, 2009

तू आया नहीं

कौन सा वादा था , जो मैंने निभाया नहीं,
जो तू मेरे बुलाने , से भी तू आया नहीं...

दिन निकलते से थी , रस्ते पर आँखे ,
साँझ हो गयी , और तू आया ही नहीं...

हर याद तेरी, कोई सपना है क्या मेरा,
सपने में आया , हक्कीकत में आया ही नहीं...

कैसे समझेगा , तू मेरे प्यार की बाते ,
मेरा प्यार तुझे , समझ आया ही नहीं.....

Wednesday, December 23, 2009

याद नहीं मोहे कोई

ऐसा तुझ से प्रेम किया है , याद नहीं मोहे कोई,
तू और तू ही तो है बस अब , ध्यान नहीं मोहे कोई....

पल पल तेरे दरस को तरसु , हर पल तेरी ही आस,
देखू ना तो मैं मर जाऊ ,ऐसी तेरी प्यास....

सूरज के चलते रहने तक , चाँद के जलते रहने तक,
मुझ में बस तू ही तो रहता , तुझ में मेरे प्राण....

मीरा प्रेम को मैं ना समझी , राधा को समझ ना पायी,
आन बसा जबसे तू मन में , सारी बात समझ में आई...

Wednesday, September 30, 2009

गुज़र ही नहीं होगा

आज के बाद , तेरे पास थोडा भी वक़्त नहीं होगा,
जिकिर तो होगा तेरा ,पर तुझसे सामना नहीं होगा..

तू मेरा आपना है , क्यों सब कहते है की बेगाना है,
तू नहीं जिस में , वो सपना मेरा नहीं होगा...

आँखे तुझ ही ढूंढेगी , हर पल हर तरफ,
तेरे बिना , कोई नज़ारा खुबसूरत नहीं होगा...

दिन भी निकलेगा , और रात भी हो जायेगी ,
कलि रातो में , अब नींद से सामना नहीं होगा

कैसे कटते है लोग , प्यार के बिना ज़िन्दगी,
बिन तेरे , मेरा तो गुज़र ही नहीं होगा....

Thursday, September 17, 2009

मौका ही कब दिया

तुझसे मिलता भी तो मैने मिलता कैसे,
तुने कब मिलने का मौका ही दिया,
कहता हु मेरी ज़िन्दगी है तू,
पर तुने जिंदा रहने का मौका ही कब दिया...

तेरी आँखों के आंशु पूछ लेता मगर,
ज़मीन पर गिरते मोती समेट लेता मगर,
तू तो मुझसे हर दम खफा ही रही,
और मुझे मानाने का मौका ही कब दिया....

मैंने कब तुझसे बढ़ कर माना था मुझे,
मैंने तो बस तेरे नाम को सब माना था,
तू एक बार हाथ बढाती तो मेरी तरफ,
तेरे आपनो में मैं ही बस अंजना था...

आपने आप में मैंने डूब गया हु,
तेरे घर के सिवा हर घर भूल गया हु,
मैंने भी कुछ गुन गाता तुझे देख कर,
तुने पास आने का मौका ही कब दिया.....

तो मैं कहा जाऊ

जो तुझसे ना करू महोब्बत , तो मैं कहा जाऊ,
ना तुझे मंगू उस खुदा से, तो कहाँ आपनी दुआ ले जाऊ...

ऐसा आया तू मेरे दिल में , के कभी गया ही नहीं,
रात भर आँखों में लिए, दिन तेरी यादो में कटा युही...

अब समझ आया मुझे, हर प्यार की कहानी का मतलब,
सच कहता है ज़माना ,प्यार करने से प्यार समझ आता है....

तू कोई जादू है, तेरे आने से सब बदल जाता है,
जब मिलता है ,मेरी ज़िन्दगी का ढंग बदल जाता है.....

निकलती हु रोज़ घर से , तेरा ख्याल मुझ में लिए,
उस ख्याल के ख्याल से ,मेरा दिन गुज़र जाता है......

जो दूर होते है , वही एक दिन मिल जाते है,
आपनी दुरी को मेरा मन, अक्सर युही समझता है.....

Tuesday, September 15, 2009

आगे भी रखना मेरा ध्यान

तुने अब तक है चलिए , मेरे जीवन की नाव ,
जब जब भी मैं गिरती थी , तुम लेते थे मुझको थाम..

जब जब माँगा मैंने जो जो, तुम ने दिया मुझे राम,
बिन मांगे भी भर दी झोली,तुमने साथ दिया घनश्याम...

तेरे दर आ कर मैंने , हर दम ही पाया आराम,
जब जब मन होता था चिंतित , गले लगाया तुमने श्याम...

जैसे अब है चलिए , आगे भी चलना नाव,
तुमने अब तक रखा है , आगे भी रखना मेरा ध्यान.....

Sunday, September 13, 2009

कुछ ऐसी लम्हे , मैंने बिताये तेरे साथ,
कितनी दूर तक गए हम, लिए हाथो में हाथ,
रहा दिल में सुकून,जब तक हम थे साथ साथ,
सपने है तेरे आँखों में,अब दिन और रात...

मैंने तो कब का लिखना , छोड़ दिया था,
कागज़ और कलम को , हाथो में कब से नहीं लिया था ,
तेरी याद आई और , एहसास खुद चलने लगे,
साथ बिताये लम्हे , खुद कागज़ पर उतरने लगे...

Saturday, September 12, 2009

प्यार नही तो फिर ये क्या है

तुने कही और मैंने माननी ,प्यार नही तो फिर ये क्या है,
तू भी दीवाना, मैं भी दीवानी ,प्यार नही तो फिर ये क्या है,

बादल से तेरी बाते ,चेहरे पर तेरी ही मुस्कान ,
मुझ में हर पल तू ही , प्यार नही तो फिर ये क्या है,

मुझ में चलती तेरे साँसे ,लम्बी लम्बी काली राते ,
आँखों के आँखों से वादे ,प्यार नही तो फिर ये क्या है,

तुझसे मिलने की चाहत ,तेरे आते ही दिल की घबराहट ,
मेरा नाम तेरे होठो पर ,प्यार नही तो फिर ये क्या है ......

कैसे थामू मैं अब मुझको

तुझको मैंने कई बार लिखा, कागज़ पर लिखा, हाथो पर लिखा,
सबने देखा ,सबने ही पढ़ा, ना तुने देखा , ना तुने पढ़ा....

किस रंग से लिखू मैं तुझको , मुझको उस रंग का रंग तो बता.
जो तू देखे , और तू पढ़ ले , उस रंग का मुझको तू रंग समझा....

हर कोई अब जान गया, नहीं बात किसी से ये है छुपी,
तेरी आहट सुनते ही तो, सांसे ये चली,अब तक थी रुकी.....

ये परबत भी गिर जायेगा,धरती ना दे जो आँचल इस को,
जब तू मेरे पास नहीं , कैसे थामू मैं अब मुझको....

Saturday, July 18, 2009

तू ही मेरी तो जान है....

बस तुझे पा लिया , अब और क्या चाहिए मुझे,
देख तुझको दिन चले , और क्या चाहिए मुझे...

तू मेरी ज़िन्दगी की , हर कड़ी हर आस है,
रोज़ मिलती हूँ मैं तुझसे , फिर भी तेरी प्यास है...

तेरे नाम का मैंने , मनका मन में रख लिया,
हर पल हर घडी ,नाम तेरा ही लिया....

तू ही आखो की चमक,तू मेरी मुस्कान है,
आती जाती सांस ये , तू ही मेरी तो जान है....

Tuesday, June 23, 2009

मोहे पिया मिलन की आस

कागा सब तन खाइयो , मेरा चुन चुन खाइयो मॉस,
दो नैना मत खाइयो , मोहे पिया मिलन की आस..

रंग मैं अब कोई ना जानू , सब रंग एक समान,
नाम पिया का इन्ह होठो पर , याद नहीं कोई नाम....

उन बीन जैसे मैंने मिटटी हू , ना मुझ में कोई बात,
ये नैना रास्ते पर कब से , मोहे पिया मिलन की आस..

ये सावन भी मुझे जलाये,ऐसा तपे शरीर,
हर आहट मुझे लगे पिया की, नैन बहाहे नीर...

वो आये तो ये ना सोचे,मैंने तकी ना उनकी बाट,
मैं भी सब जग ही हो गयी, किया उन्हें ना याद...

वो आये तो उनसे कहना,मैंने पल पल देखी राह ,
दो नैना ये खुले रहे , इन्हें पिया मिलन की आस..

Monday, June 22, 2009

तू मेरे साथ चला कर

शाम ढले जब दिन ढलता है , सूरज आपने चाँद को ताकता है,
चाँद की गोद में छुप कर , आपनी थकन को कम करता है...

नदी भी सागर से मिलकर , आपनी साँसों को मद्धम करती है,
हवा भी फूलो से टकरा कर ,खुसबू को संग ले कर चलती है...

तू भी तो मुझसे आ कर मिल , इन्ह साँसों को तू मद्धम कर,
सूरज की सोने सी किरणों में , मैंने तुझको तू मुझको देखा कर...

ले मेरे हाथो को हाथो में , हर पल मुझको तू थमा कर,
अब चलना नहीं मुझे अकेले , तू भी मेरे साथ चला कर...