Thursday, December 24, 2009

तू आया नहीं

कौन सा वादा था , जो मैंने निभाया नहीं,
जो तू मेरे बुलाने , से भी तू आया नहीं...

दिन निकलते से थी , रस्ते पर आँखे ,
साँझ हो गयी , और तू आया ही नहीं...

हर याद तेरी, कोई सपना है क्या मेरा,
सपने में आया , हक्कीकत में आया ही नहीं...

कैसे समझेगा , तू मेरे प्यार की बाते ,
मेरा प्यार तुझे , समझ आया ही नहीं.....

Wednesday, December 23, 2009

याद नहीं मोहे कोई

ऐसा तुझ से प्रेम किया है , याद नहीं मोहे कोई,
तू और तू ही तो है बस अब , ध्यान नहीं मोहे कोई....

पल पल तेरे दरस को तरसु , हर पल तेरी ही आस,
देखू ना तो मैं मर जाऊ ,ऐसी तेरी प्यास....

सूरज के चलते रहने तक , चाँद के जलते रहने तक,
मुझ में बस तू ही तो रहता , तुझ में मेरे प्राण....

मीरा प्रेम को मैं ना समझी , राधा को समझ ना पायी,
आन बसा जबसे तू मन में , सारी बात समझ में आई...